साप्ताहिक ज्ञानपत्र 364
17 जुलाई 2002
उत्तर अमेरिकी आश्रम
मॉन्ट्रियल, कनाडा
अपने संघ को पहचानो
आम तौर पर दुनिया में एक सी प्रवृत्ति के लोग मिल जाते हैं और एक समूह बना लेते हैं, बुद्धिमान लोगों का एक समूह बन जाता है, मूर्ख एक साथ मिल जाते हैं, खुश लोग एक गुट बना लेते हैं, महत्वाकांक्षी लोग साथ मिल जाते हैं, और असंतुष्ट लोग भी अपनी शिकायतों का जश्न मनाने के लिए अपना समूह बना लेते हैं! (हँसी)
कहा जाता है, "चोर का साथी गिरहकट" (“Birds of a feather flock together”)। असंतुष्ट लोग एक साथ मिल जाते हैं, शिकायतें करते हैं और एक दूसरे को नीचे गिरा देते हैं। एक कुंठित व्यक्ति खुश व्यक्ति के साथ नहीं रह पाता क्योंकि वह उसके अनुरूप नहीं चल रहा होता है। तुम तभी सहज महसूस करते हो जब दूसरा व्यक्ति तुम्हारी धुन में साथ देता है। बुद्धिमान लोग मूर्खों के साथ सहज नहीं महसूस कर पाते हैं। मूर्ख लोग महसूस करते हैं कि बुद्धिमान व्यक्ति में मानवीयता नहीं होती।
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